28 जुलाई को लोकसभा में कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के एक बयान ने राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ कॉरपोरेट जगत में भी हलचल मचा दी। भारत-पाकिस्तान तनाव और अमेरिका के रवैये पर बात करते हुए हुड्डा ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की आलोचना करते हुए ऐसा बयान दे दिया, जिसे दुनिया की दिग्गज फास्ट फूड कंपनी McDonald’s पर सीधा हमला माना जाने लगा।
हुड्डा ने कहा, “हमारे नेता ने कभी ट्रंप की मध्यस्थता की निंदा नहीं की। डोनाल्ड को चुप कराओ, डोनाल्ड का मुंह बंद कराओ या फिर हिंदुस्तान में मैकडॉनल्ड्स को बंद कराओ।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और यह सवाल उठने लगा कि क्या यह अमेरिका की 18 लाख करोड़ रुपये की कंपनी के लिए कोई चेतावनी है?
McDonald’s की वैश्विक ताकत
1940 में शुरू हुई McDonald’s आज दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड चेन में गिनी जाती है। कंपनी की मौजूदा मार्केट वैल्यू करीब 213.42 बिलियन डॉलर यानी लगभग 17.6 लाख करोड़ रुपये है। McDonald’s करीब 71 देशों में सक्रिय है और भारत जैसे बड़े बाजार में न सिर्फ करोड़ों ग्राहकों को सेवा दे रही है, बल्कि लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी दे रही है।
हुड्डा का बयान भले ही भावनात्मक प्रतिक्रिया के रूप में आया हो, लेकिन इसका असर राजनीतिक से ज्यादा कॉरपोरेट स्तर पर महसूस किया जा रहा है।